– विनाेद कुमार
केंद्रीय हिंदी निदेशालय,भारत सरकार के निदेशक प्रो.सुनील बाबुराव कुलकर्णी ने कहा कि, साहित्य और सिनेमा दोनों हमारे वर्तमान जीवन के अविभाज्य अंग है। इन दोनों से मनुष्य जीवन और समाज जीवन अत्यंत प्रभावित हुआ है, प्राय: होता रहा है और आगे भी भविष्य में निरंतर होता रहेगा। इसलिए इसकी ओर हममें से कोई भी अनदेखी नहीं कर सकता। हम इसे हल्के में नहीं ले सकते। मेरे सामने सवाल है कि साहित्य और सिनेमा इन दोनों में सबसे प्रभावी माध्यम कौन सा है?