– विनोद कुमार
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने अपने संबद्ध एवं अधीनस्थ कार्यालयों, स्वायत्त निकायों और सीपीएसई के साथ मिलकर देश भर में 900 से अधिक स्वच्छता अभियान स्थलों की पहचान की है
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में लंबित मामलों के समाधान के लिए विशेष अभियान 3.0 (एससीडीपीएम) तथा स्वच्छता अभियान पूरी तेजी से चल रहा है। इस अभियान का उद्देश्य लंबित मामलों को कम करना, स्वच्छता को संस्थागत बनाना, आंतरिक निगरानी तंत्र को मजबूत करना, रिकॉर्ड प्रबंधन में अधिकारियों को प्रशिक्षित करना, बेहतर रिकॉर्ड प्रबंधन के लिए फिजिकल रिकॉर्ड को डिजिटल बनाना और सभी मंत्रालयों/विभागों को एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाना है।
विभाग की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञिप्ति के अनुसार स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग (डीओएचएफडब्ल्यू) अपने विभाग (मुख्यालय) और देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित इसके सभी संबद्ध और अधीनस्थ कार्यालयों, स्वायत्त निकायों और सीपीएसई के भीतर लंबित मामलों के समाधान और स्वच्छता पर विशेष अभियान 3.0 चला रहा है। अभियान अवधि के दौरान सफाई/समाधान के लिए उठाए जाने वाले लक्ष्यों की पहचान करने के लिए 15 सितंबर, 2023 से तैयारी चरण के साथ इसकी शुरुआत हुई। मुख्य अभियान 02 अक्टूबर, 2023 से शुरू हुआ और ये 31 अक्टूबर, 2023 तक जारी रहेगा। कार्यालयों में जगहों के प्रबंधन और कार्यस्थल पर अनुभव को बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
पहले बाद में
एम्स, पटना, बिहार
एम्स, कल्याणी, पश्चिम बंगाल
पहले बाद में
एम्स, ऋषिकेश, उत्तराखंड
विशेष अभियान के प्रारंभिक चरण की शुरुआत के बाद से स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने अपने संबद्ध और अधीनस्थ कार्यालयों, स्वायत्त निकायों और सीपीएसई के साथ मिलकर देश भर में 900 से अधिक स्वच्छता स्थलों की पहचान की है। विशेष अभियान 3.0 के प्रारंभिक चरण के दौरान स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के नोडल अधिकारी औरसचिव (एचएफडबल्यू) ने तैयारी चरण की प्रगति की समीक्षा की।
अभियान के कार्यान्वयन चरण की प्रगति स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) के एससीडीपीएम पोर्टल पर नियमित रूप से रिपोर्ट की जाती है। डीएआरपीजी के पोर्टल पर रिपोर्ट किए गए उपलब्धि के आंकड़ों के अनुसार, 09.10.2023 तक डीओएचएफडब्ल्यू ने सांसदों के 47 संदर्भ और 1319 सार्वजनिक शिकायतों का निपटान किया है। 853 फिजिकल फाइलों की समीक्षा की गई है और 320 फाइलों को हटा दिया गया है। साथ ही डीओएचएफडब्ल्यू के विभिन्न कार्यालयों द्वारा 115 स्वच्छता अभियान चलाए गए हैं और 1466 वर्ग फुट जगह खाली की गई है। स्क्रैप सामग्री की बिक्री से भी 55,317/- रूपये के राजस्व की आय हुई है। इस अवधि के लिए डीओएचएफडब्ल्यू द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अभियान पूरे जोरों पर है।