नियंत्रित आहार तथा व्यायाम से ही हो सकता है मोटापे के 50 प्रतिशत रोगियों का इलाज

— विनोद कुमार

भारत के बारे में यह सामान्य धारणा है कि यह कुपोषित और कम वजन वाले लोगों का देश है लेकिन इसके विपरीत वास्तविकता यह है कि भारत ‘‘मोटापा विस्फोट’’ के मुहाने पर खड़ा है जहां की लगभग 15 प्रतिशत आबादी (करीब 20 करोड़ लोग) मोटापे से ग्रस्त हैं जो मधुमेह समेत अनेक गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त हो सकते हैं। 

भारत आज मधुमेह की विश्व राजधानी बन गया है और विशेषज्ञों के अनुसार इसका मुख्य कारण यहां के लोगों में मोटापे का बढ़ता प्रकोप है। भारत में मधुमेह के आठ करोड़ मरीज हैं। यहीं नहीं, मोटे लोगों की संख्या के मामले में भारत का स्थान अमरीका और चीन के बाद तीसरा है। भारत में हर तीन में से एक व्यक्ति या तो मोटा है या अधिक वजन का है।