बच्चों को कोरानावायरस के संक्रमण से दूर रखने के लिए स्कूल दे रहे हैं टिप्स


नोवेल कोरोनावायरस के प्रकोप को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन किया गया हैै। प्रधानमंत्री ने लोगों को इस दौरान घर में ही रहने की सलाह दी है। ऐसे में माता—पिता के सामने दोहरी चुनौती है कि उन्हें खुद को बाहर निकलने से रोकना है और साथ ही साथ अपने बच्चों को घर में ही रहने के लिए समझाना है।
स्कूल बंद होने पर बच्चे चाहते हैं कि वे घर के बाहर जाकर दोस्तों के साथ मस्ती करें। उन्हें यह देखकर अजीब लग सकता है कि जब स्कूल बंद है तो उन्हें खेलने के लिए घर से बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है या मम्मी – पापा उन्हें लेकर घूमने के लिए बाहर नहीं जा रहे हैं। अगर बच्चे बाहर खेलने जाने की जिद करें और माता-पिता उन्हें बाहर जाने से मना करें तो वे गुस्से में आ जाते हैं। ऐसे में बच्चों को प्यार से समझाना जरूरी है।
माता—पिता इस समस्या का सामना कैसे करें इसके लिए स्थित द विजडम ट्री स्कूल की ओर से माता—पिता को वाट्सअप और सोशल मीडिया के जरिए वीडियो एवं अन्य जानकारियां भेजकर उन्हें समझा रहा है।
इस पहल को शुरू करने वाले स्कूल नौएडा स्थित द विजडम ट्री स्कूल के अध्यक्ष के के श्रीवास्ता ने इस मौके पर कहा कि हालांकि आज सबके सामने खासकर माता—पिता के सामने मुश्किल वक्त है लेकिन इस वक्त का लाभ उठाकर माता—पिता बच्चों को ड्राइंग बनाने, घर के समान से खिलौने और मॉडल बनाने, डांस — म्यूजिक सिखने, अच्छी किताबें पढ़ाने आदि वैसे काम में वयस्त रख सकते हैं जिनसे बच्चों का कुछ सीखें भी और उनका मनोरंजन भी हो।


श्री के के श्रीवास्तव ने उम्मीद जताई की लाकडाउन की अवधि पूरा होने तक देश में सबकुछ सामान्य हो जाएगा। यह धैय और संयम रखने का समय है। 


द विजडम ट्री स्कूल की प्रिसिपल सुनीता ए शाही ने माता—पिता को यह भी सलाह दी है कि बच्चों को घर से बाहर जाने से रोकने के लिए उनके मन में कोरोना वायरस को लेकर अतिरिक्त भय पैदा नहीं करें बल्कि उन्हें सही जानकारी दें। बच्चे को कोरोना वायरस के खतरों के बारे में आसान शब्दों में प्यार से बताएं कि वायरस कैसे फैलता है और इसके खतरे को कैसे कम कर सकते हैं जैसे कि हाथ धोते हुए उन्हें ढेर सारे बुलबुले दिखाएं। कोरोना वायरस के बारे में बच्चे को बताना जब पूरा हो जाए तो उनसे तुरंत किसी ऐसे टॉपिक पर बात शुरू कर दें जो हल्का-फुल्का हो। बच्चों के साथ ये सभी बातें मुस्कुराहट और हंसी.मजाक के साथ करनी चाहिए या जितना हो सके बातचीत को हल्का रखना चाहिए। इसके अलावा बच्चों को घर पर ही मनोरंजक गतिविधियों एवं घर पर खेले जाने वाले खेलकृकूद में व्यस्त रखें ताकि वे घर से बाहर जाने के बारे में सोचें ही नहीं।


उन्होंने माता-पिता को सलाह दी कि माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों को किसी भी संक्रमित व्यक्ति के आस-पास नहीं जाने दें। खांसी-जुकाम और बुखार से पीड़ित लोगों से उन्हें दूर रखें। इसके अलावा माता-पिता को चाहिए कि अपने घर को स्वच्छ रखें और अगर समय हो तो सुबह-शाम पूरे घर को और आसपास की जगह को कीटाणुनाशक से साफ करें। बच्चों के खिलौन भी कीटाणुनाशक से साफ करें। उनके नाखूनों को भी साफ रखें क्योंकि उसमें छिपे वायरस बच्चे को नुकसान पहुंचा सकते हैं। बच्चों को साबुन-पानी से लगातार हाथ धोना सिखाएं।