तुरत परिणाम पाने के लिए कराएं मिनी बैरिएट्रिक सर्जरी

जो लोग सर्जरी से वजन कम कराना चाहते हैं, लेकिन इसकी जटिलताओं को लेकर आशंकित हैं, उनके लिए अपोलो स्पेक्ट्रा हाॅस्पिटल्स में एक नयी तकनीक की पेशकश की जा रही है। मिनी गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी नामक यह प्रक्रिया परंपरागत बाईपास सर्जरी की तुलना में अधिक सरल और कम जटिल है। अपोलो स्पेक्ट्रा हाॅस्पिटल्स, करोल बाग में बेरिएट्रिक सर्जन डाॅ. एस. एस. सग्गू ने कहा, ''वजन कम करने, वजन को बढ़ने नहीं देने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करने की क्षमता के मामले में यह प्रक्रिया अन्य शल्य चिकित्सा उपचार के समान ही सफल है। इस प्रक्रिया से आपरेशन में कम समय लगता है, यह प्रक्रिया सरल है और इसमें जटिलताएं होने का कम खतरा रहता है।''
50 वर्षीय श्रीमती कोहली उन रोगियों में से हैं जिन्होंने यह प्रक्रिया करायी है और काफी उत्साहित हैं। वह कहती हैं, ''मैंने छह महीने पहले यह प्रक्रिया करायी थी, लेकिन मैं खुद में अंतर महसूस कर सकती हूं और अन्य लोग भी मुझमें अंतर देख सकते हैं। मेरी त्वचा में चमक आनी शुरू हो गयी है और मैं काफी युवा और ऊर्जावान महसूस करती हूं। प्रक्रिया से पहले, मेरा वजन 131 किलो था। मैंने अपने जीवन से समझौता कर लिया था। मुझे मधुमेह, उच्च रक्तचाप और स्लीप एपनिया था। मैं चल-फिर नहीं सकती थी और इसलिए मैं पारिवारिक समारोहों में षामिल नहीं हो पाती थी। मेरा वजन लगभग 50 किलो कम हुआ है और मैंने मधुमेह और उच्च रक्तचाप की दवा लेनी बंद कर दी है। अब मैं ठीक से सो सकती हूं, इसलिए मैं बीआईपीएपी मशीन बंद कर रही हूँ।''
मिनी गैस्ट्रिक बाइपास एक मिनिमल इनवेसिव शल्य चिकित्सा पद्धति द्वारा की जाती है। यह प्रक्रिया भोजन का सेवन और भोजन से पोषक तत्वों के अवशोषण को कम कर देती है। पोषक तत्वों का अवशोषण इसलिए सीमित हो जाता है क्योंकि आंतों का बाइपास कर दिया जाता है और उनका उपयोग नहीं होता है। यह एक नई प्रक्रिया है, इसलिए कई सर्जन इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक करने के लिए प्रशिक्षित नहीं हैं।
मोटापा न सिर्फ आपको सुस्त बनाता है और आपके समग्र, भावनात्मक, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि यह आपकी हड्डियों, जोड़ों और मांसपेशियों को अपरिवर्तनीय क्षति भी पहुंचा सकता है।