स्तनपान कराने वाली माता को अपने बच्चे को आवष्यक पोशक तत्व प्रदान करने के लिए यह जरूरी है कि वे पौष्टिक एवं संतुलित आहार लें। उन्हें अतिरिक्त ऊर्जा की जरूरत होती है जो अक्सर गर्भावस्था के दौरान जमा चर्बी और नियमित लिये जाने वाले भोजन से मिल जाती है। ऐसी महिलाओं को साबुत अनाज युक्त आहार लेना चाहिए।
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए सलाह
- साबुत अनाज का सेवन जारी रखें।
- अधिक कैलोरी वाले भोजन, घी और मिठाइयों से परहेज करें।
- काफी मात्रा में पानी पीएं।
- दुग्ध उत्पादों का कम से कम चार बार सेवन करें।
- कैफीन युक्त पेय से परहेज करें।
- नियमित रूप से टहलें।
- पर्याप्त आराम करें।
आपके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित बुजुर्ग घी में बने हुए पराठा और मीठा भोजन लेने के लिए आप पर जोर डाल सकते हैं, लेकिन उनके दवाब और प्रलोभन में आने की बजाय अपने वजन को बढ़ाने से बचने के लिए इनका कम मात्रा में सेवन करें।
आप गर्भावस्था में बढ़ा हुआ अतिरिक्त वजन को भी जल्द से जल्द कम करने की कोषिष करें। लेकिन इसके लिए जब तक आप बच्चे का पालन-पोशण कर रही हैं, डायटिंग की षुरुआत न करें।
भरपेट भोजन करें लेकिन तले हुए भोजन, मिठाई और षीतल पेय से परहेज करें। नियमित व्यायाम करने और सक्रिय रहने से आपको वजन कम करने में मदद मिलेगी। तरल पदार्थ का अधिक सेवन करें क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे दूध में वृद्धि होती है। चाय और कॉफी से परहेज करें या कम सेवन करें।
बच्चे को जन्म देने का पूरी तरह से आनंद तभी लिया जा सकता है जब प्रसव के बाद माता और बच्चा दोनों का स्वास्थ्य अच्छा हो। खाने की खराब आदतों को छोड़ना और अच्छी आदतों को अपनाना जरूरी है लेकिन ऐसा खुद पर अधिक सख्ती बरते बगैर ही करें।