फुरसत में जरूर करें व्यायाम

सुबह-सुबह व्यायाम के फायदे के बारे में हर किसी को पता है, लेकिन आलस्य के कारण कई लोग व्यायाम करने में कोताही बरतते हैं। वैज्ञानिकों ने ऐसे लोगों को सलाह दी है कि अगर उनसे रोजाना व्यायाम करना संभव नहीं हो पा रहा हो तो सप्ताह में कम से कम एक-दो रोज एक-दो घंटे अवश्य व्यायाम करें क्योंकि ऐसा करके भी हृदय की समस्याओं से काफी हद तक बचा जा सकता है। शारीरिक श्रम करने वाले कई लोगों को यह गलतफहमी होती है कि चूंकि वह शारीरिक मेहनत वाले कार्य कर रहे हैं, इसलिये उन्हें अलग से व्यायाम करने की जरूरत नहीं है। लेकिन वैज्ञानिकों ने इस धारणा को गलत बताते हुये कहा है कि श्रमसाध्य कार्य करने से हृदय रोगों की समस्या और बढ़ती है। इसलिये ऐसे लोगों के लिये नियमित व्यायाम करना और जरूरी हो जाता है। 
जर्मनी के उल्म स्थित यूनिवर्सिटी आफ उल्म मेडिकल सेंटर के डा. वोल्फगैंग कोयेनिग के अनुसार इस अध्ययन में पाया गया कि बिल्कुल व्यायाम नहीं करने वाले लोगों की तुलना में सप्ताह में एक घंटे से भी कम व्यायाम करने वाले लोगों में भी हृदय की बीमारियों का खतरा 15 प्रतिशत कम हो जाता है। सप्ताह में एक से दो घंटे व्यायाम करने पर हृदय की बीमारियों का खतरा 40 प्रतिशत कम हो जाता है जबकि सप्ताह में दो घंटे से अधिक व्यायाम करने पर यह खतरा 61 प्रतिशत कम हो जाता है।
अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा प्रकाशित आर्काइव्स आफ इंटरनल मेडिसीन में प्रकाशित इस अध्ययन की रिपोर्ट के अनुसार पैदल चलने जैसे सामान्य क्रियाकलापों से भी मृत्यु दर में कमी आती है। इसके विपरीत कार्य से संबंधित शारीरिक क्रियाकलाप हृदय की बीमारियों से कोई सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं। यही कारण है कि शारीरिक श्रम करने वाले निम्न तबके के अधिकतर लोगों में हृदय की बीमारियों का खतरा बहुत अधिक होता है। विकासशील देशों में कार्डियोवैस्कुलर बीमारियां असामयिक मृत्यु और विकलांगता का एक प्रमुख कारण हैं और इनमें से आधे मामलों में कोरोनरी हृदय बीमारियां जिम्मेदार होती हैं। यह अध्ययन 40 से 68 वर्ष के 800 जर्मन लोगों पर किया गया। इनमें से 312 लोग हृदय रोग से पीड़ित थे और इनमें फुरसत के क्षणों में व्यायाम करने की प्रवृत्ति नहीं थी।