पेशे से इंजीनियर सोनू सूद के सुगठित शरीर और ग्लैमरस चेहरे ने उन्हें ग्लैमर की दुनिया में खींच लाया। पंजाब के सोनू ने इलेक्ट्रोनिक इंजीनियरिंग का कोर्स करने के लिए नागपुर का रुख किया और कोर्स के साथ-साथ उन्होंने छोटे-छोटे फैशन शो में भी हिस्सा लेना षुरू किया। मॉडलिंग में सफलता मिलने के बाद वह काम के सिलेसिले में दिल्ली आये। दिल्ली आकर उन्होंने ''मिस्टर इंडिया'' कांटेस्ट में हिस्सा लिया। उसके बाद मॉडलिंग में उनकी रुचि कम हो गयी और वे मुम्बई चले गये। थोड़े संघर्श के बाद ही उन्हें भगत सिंह पर बनी फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने का मौका मिल गया। उसके बाद ''युवा'' में भी उन्हें दमदार भूमिका मिली। फिल्म ''सिंह इज किंग'' और ''जोधा अकबर'' में उनकी भूमिका थोड़ी छोटी जरूर थी, लेकिन दमदार थी। हिंदी फिल्मों के साथ-साथ उन्होंने तेलुगु फिल्मों में भी काम किया। अभी बड़े बैनर की कई फिल्मों में काम कर रहे हैं सोनू सूद से जानते हैं उनके फिटनेस और गठीले शरीर का राज।
आपकी शारीरिक बनावट को देखकर लगता है कि आप फिटनेस को लेकर काफी सतर्क हैं।
मैं फिटनेस को काफी अहमियत देता हूं। मैं रोजाना करीब दो घंटे का समय जिम में बिताता हूं और 40 मिनट तक जॉगिंग करता हूं।
आप किस तरह का व्यायाम करते हैं?
मैं हर हफ्ते अलग-अलग व्यायाम करता हूं। यदि मैं एक हफ्ते स्ट्रेचिंग करता हुं तो अगले हफ्ते वेट ट्रेनिंग करता हूं। हालांकि मैं अधिक भारी वजन वाले व्यायाम नहीं करता हूं। मैं हल्के वजन का ही व्यायाम करता हूं और व्यायामों की संख्या बढ़ाता जाता हूं।
किसी अभिनेता के लिए शारीरिक रूप से फिट दिखना कितना महत्वपूर्ण है?
किसी भी अभिनेता के लिए सबसे महत्वपूर्ण उसका फिटनेस ही होता है। हमारी दिनचर्या काफी व्यस्त होती है और शूटिंग के दौरान आराम के लिए बिल्कुल समय नहीं मिलता। ऐसी स्थिति में यदि आप षारीरिक रूप से फिट हैं तो आप अपना काम आसानी से कर लेते हैं। इसके अलावा आपकी षारीरिक बनावट आपके व्यक्तित्व को निखारती भी है। इसलिए हर दृष्टिि से हमें फिट दिखना और फिट रहना जरूरी है।
आप हमेशा फिटनेस को लेकर सचेत रहे हैं या इस ग्लैमर इंडस्ट्री ने आपको ऐसा बनने के लिए बाध्य किया?
मैं हमेषा फिटनेस को लेकर सतर्क रहा हूं। कॉलेज के दिनों में भी मैं नागपुर में अपना काफी समय जिम में बिताता था। वहां मेरे एक दोस्त का अपना जिम था और हम सभी दोस्त वहां रोजाना दो घंटे व्यायाम करते थे। कई बार तो हमलोग रात में दो बजे भी जिम चले जाते थे। जब मैं मुम्बई आया तो यहां भी मुझे कुछ दोस्त ऐसे मिले जो अपने फिटनेस के लिए काफी समय जिम में बिताते थे। जब मुझे रात में नींद नहीं आती है तो मैं जिम चला जाता हूं।
शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रहने के साथ-साथ मानसिक रूप से भी फिट रहना कितना महत्वपूर्ण है?
मेरे हिसाब से दोनों ही बराबर महत्वपूर्ण हैं। जब आप शारीरिक रूप से फिट रहते हैं तो आप मानसिक रूप से भी अच्छा महसूस करते हैं। आपका आत्मविश्वास बढ़ जाता है।
आप मेडिटेशन भी करते हैं?
मैंने मेडिटेषन करने की काफी कोशिश की लेकिन मैं सफल नहीं हो सका। योग में मेरा काफी विष्वास है। योग न सिर्फ षरीर को मेंटेन रखता है बल्कि यह कई रोगों से हमें सुरक्षा भी प्रदान करता है।
क्या आप महसूस करते हैं कि फिटनेस व्यक्तित्व की सुंदरता को बढ़ाता है?
फिटनेस हमारे संपूर्ण व्यक्तित्व को दर्षाता है। निष्चित रूप से यह व्यक्तित्व को निखारता भी है। आकर्षक षारीरिक व्यक्तित्व वाला व्यक्ति किसी व्यक्ति को बहुत जल्द अपनी ओर आकर्शित कर लेता है। फिट व्यक्ति में अधिक आत्मविष्वास होता है और वे आलसी तो कतई भी नहीं दिखते हैं।
आपकी नजर में इस ग्लैमर इंडस्ट्री में सबसे अधिक फिट व्यक्ति कौन है?
मेरे हिसाब से इस इंडस्ट्री में सबसे फिट व्यक्तियों में सलमान खान, अक्षय कुमार और संजय दत्त हैं। वैसे, आज इंडस्ट्री में हर व्यक्ति फिट है क्योंकि वे फिटनेस के महत्व को जानते हैं।
पाठकों को कोई सलाह देना चाहेंगे?
फिटनेस बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसलिए आप अपने षरीर की हमेषा देखभाल और आदर करें। अपने आहार पर भी विषेश ध्यान दें। जंक फूड का सेवन बिल्कुल न करें क्योंकि यह कुछ समय के बाद आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक साबित होगा।
फिटनेस फंडा : क्या है सोनू सूद के फिटनेस का राज
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