पेट की समस्याओं की अनदेखी पड़ सकती है भारी

जब हमें पेट में असुविधाए दर्द या बेचैनी जैसी समस्याएं होती हैं तो हममें से ज्यादातर लोग इन्हें गैस्ट्रिक या पेट दर्द समझ बैठते हैं। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि पेट की समस्याएं कई कारणों से हो सकती है। 
क्यूआरजी हेल्थ सिटी के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी के निदेशक डॉ. संजय कुमार कहते हैं, ''आम तौर पर पेट में कोई दिक्कत होने पर रोगियों के रिश्तेदार या आस पड़ोस के लोग  उसे गैस्ट्रिक या वायु दोष बताने लगते हैं। लेकिन हमें यह जानना चाहिए कि पेट को प्रभावित करने वाली समस्याओं से जो लक्षण प्रकट होते हैं वे पनक्रियाज, पित्ताशय, छोटी और बड़ी आंतों या लीवर जैसे पाचन अंगों को प्रभावित करने वाली अन्य समस्याओं में उभरने वाले लक्षणों के समान हो सकते हैं। पेट के अल्सर, पित्ताशय में पथरी या कैंसर के कारण भी पेट में समस्याएं हो सकती हैं और इनसे गंभीर जटिलताएं और घातक परिस्थितियां पैदा हो सकती हैं।
पेट की कुछ कम गंभीर समस्याएं गैस्ट्रोइसोफेजियल रीफ्लक्स डिजीज — जीईआरडी हैं जिनमें पेट में कई प्रकार की दिक्कत हो सकती है या मल त्यागने के पैटर्न में बदलाव हो सकता है। इसके कारण फंक्शनल डिस्पेप्सिया, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम —आईबीएस और फंक्शनल हार्टबर्न हो सकता है। साथ ही समय—समय पेट दर्द हो सकता है और इसके साथ ही पेट फूलने, मतली, अनियंत्रित बेल्चिंग या मल त्यागने में कठिनाई आदि लक्षण प्रकट हो सकते हैं। डॉ. संजय कहते हैं कि कुछ प्रकार के भोजन के अलावाए ये समस्याएं तनाव और भावनात्मक तनाव से भी बढ़ सकती हैं।श्
उन्होंने कहा, ''हालांकि ये समस्याएं खतरनाक नहीं होती हैं, लेकिन जीईआरडी का जीवन की गुणवत्ता पर काफी प्रभाव पड़ता है। ये समस्याएं अक्सर लंबे समय तक कायम रहती हैं जिन्हें जीवन शैली में परिवर्तन और दवा से प्रबंधित किया जाता है।'' पेट में दर्द के लक्षणों वाली पेट की कुछ गंभीर बीमारियों में पेप्टिक अल्सरए पित्ताशय की पथरी की बीमारी और कैंसर शामिल हैं।
चूंकि पेट की समस्याएं कई चीजों के कारण हो सकती हैं — कुछ हल्की और परेशान करने वाली होती हैं लेकिन गंभीर नहीं होती है जबकि कुछ संभावित रूप से घातक हो सकती हैं। इसलिए, चेकअप कराना महत्वपूर्ण है।
डॉ. संजय कहते हैं, ''अगर आपको पेट में तेज दर्द होता है या आपको पेट में गंभीर असुविधा होती है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। आपको मल त्यागते समय रक्त आने बिना किसी कारण के वजन में कमी होनेए पीला दिखने या एनीमिक होने या खून की उल्टी होने जैसे गंभीर लक्षणों के प्रति सजग रहना चाहिए।''