हृदय रोग में खेल-कूद है फायदेमंद

आम तौर पर हृदय समस्याओं से ग्रस्त बच्चों को खेल-कूद एवं व्यायाम से दूर रखा जाता है। यह माना जाता है कि खेल-कूद से उनकी बीमारी बढ़ जायेगी, लेकिन जर्मनी के खेल चिकित्सकों एवं मनोवैज्ञानिकों ने एक नवीनतम परियोजना से निष्कर्ष निकाला है कि ऐसे बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास में खेल-कूद की महत्वपूर्ण भूमिका है। जर्मनी के कोलन में आठ माह तक चली इस परियोजना के तहत हृदय रोगों से ग्रस्त 74 बच्चों को शामिल किया गया। इन बच्चों को हर दिन 90 मिनट तक बाल तथा मोटर गेम खेलने को दिये गये। अध्ययन के दौरान पाया गया कि इनकी हृदय समस्या में कोई वृद्धि हुये बगैर उनके शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हुआ। इस परियोजना से जुड़े शोधकर्ताओं का कहना है कि हृदय रोगों से ग्रस्त बच्चों को खेल-कूद में भाग लेने की स्वाभाविक इच्छा होती है। इन शोधकर्ताओं का कहना है कि खेल-कूद एवं व्यायाम से दूर रखे जाने वाले बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास नहीं हो पाता है और वे अन्य बच्चों के साथ घुल-मिल नहीं पाते। इस परियोजना के निष्कर्षों से प्रेरित होकर जर्मनी के कुछ बाल चिकित्सकों, खेल चिकित्सकों एवं मनोवैज्ञानिकों ने मिलकर ऐसे बच्चों के लिये कुछ विशेष खेल बनाये हैं।