इनफर्टिलिटी के इलाज में होमियोपैथी दवाइयां काफी कारगर साबित होती हैं। परम्परागत दवाइयों या इलाज के कुछ दुष्प्रभाव भी सामने आते हैं जबकि होमियोपैथी दवाइयों से इनफर्टिलिटी का इलाज न सिर्फ दुष्प्रभाव रहित बल्कि प्रभावकारी भी होता है। होमियोपैथी विधि से पुरुष और महिलाओं दोनों की इनफर्टिलिटी का इलाज किया जा सकता है।
पुरुषों में होमियोपैथी दवाइयों से इनफर्टिलिटी का इलाज
पुरुषों में इनफर्टिलिटी का मुख्य कारण शुक्राणु का ठीक से कार्य नहीं करना या शुक्राणु का कम होना है। शुक्राणु के ठीक से कार्य नहीं करने का कारण मम्प्स, वैरिकोसिली, स्टेराॅयड, नशीली दवाइयां, अल्कोहल, पारा या कार्बन मोनोक्साइड के संपर्क में रहना और एक्स-रे हो सकता है। अधिक धूम्रपान का संबंध भी इनफर्टिलिटी से पाया गया गया है। इनके अलावा कैफीन का अधिक मात्रा में सेवन भी पुरुषो में इनफर्टिलिटी पैदा करता है।
होमियोपैथी विधि से इनफर्टिलिटी के इलाज के तहत होमियोपैथ के प्राकृतिक पदार्थोें से बनायी गयी दवाइयों को दिया जाता है। ये दवाइयां न सिर्फ इनफर्टिलिटी का इलाज करती हैं बल्कि भावनात्मक संतुलन को भी बनाये रखती है। पुरुषों में इनफर्टिलिटी के इलाज के लिए निम्न होमियोपैथी दवाइयां लेने की सलाह दी जाती है-
सीपिया- सीपिया वैसे पुरुषो के लिए लाभदायक है जिन्हें सेक्स की इच्छा नहीं होती हो।
कैनेबिस सैटिवा- यह वैसे लोगों के लिए लाभदायक है जिन्हें मैरिजुआना के सेवन के कारण सेक्स की इच्छा कम हो गयी हो। ऐसे लोगों को पेशाब करते समय जलन होती है। होमियोपैथी विशेषज्ञ ऐसे रोगियों के लिए आम तौर पर कैनेबिस सैटिवा 30 एक्स की रोजाना तीन खुराक तीन दिन तक लेने की सलाह देते हैं। यह प्रक्रिया हर तीन महीने में एक बार दोहरायी जाती है।
मेडोरिनम- यह दवा वैसे रोगियों के लिए प्रभावकारी है जो पहले कभी नपुंसकता के होने तो कभी न होने के कारण नर्वसनेस के शिकार हो गये हों। ऐसे लोगों को कभी-कभी पेशाब करते समय दर्द भी हो सकता है। ऐसे रोगियों को मेडोरिनम 200 एक्स या 200 सी की रोजाना तीन खुराक एक सप्ताह तक दी जाती है। हर तीसरे महीने में यह प्रक्रिया दोहरायी जाती है।
महिलाओं में होमियोपैथी दवाइयों से इनफर्टिलिटी का इलाज
महिलाओं में इनफर्टिलिटी का कारण इंडोमेट्रियोसिस, अधिक वजन, अधिक धूम्रपान, हारमोन असंतुलन, फैलोपियन ट्यूब का क्षतिग्रस्त होना या माहवारी से संबंधित समस्याएं हैं। महिलाओं में इनफर्टिलिटी के इलाज के लिए आम तौर पर निम्न होमियोपैथी दवाइयां दी जाती हैं-
सैबिना 6 सी- जिन महिलाओं का हाल में गर्भपात हुआ हो उन्हें सैबिना 6 सी लेने की सलाह दी जाती है। खासकर वैसी महिलाएं जिनका गर्भपात 12 सप्ताह से पहले ही हो गया हो, उन्हें इस दवा से काफी फायदा होता है।
सीपिया 6 सी- वैसी महिलाएं जिन्हें अनियमित माहवारी के साथ-साथ चिड़चिड़ापन, उदासी, ठंड लगना और सेक्स की इच्छा में कमी हो, उन्हें इनफर्टिलिटी के इलाज के लिए सीपिया 6 सी लेने की सलाह दी जाती है। यह दवा आम तौर पर रोजाना तीन बार 14 दिनों तक लेनी होती है।
लाइकोपोडियम- इस दवा से वैसी महिलाओं को फायदा होता है जो सूखी योनि या पेट के निचले हिस्से में दर्द से पीड़ित हों। इसे रोजाना तीन बार दो सप्ताह तक लेने की सलाह दी जाती है।
कोनियम- यह आम तौर पर वैसी महिलाओं को दी जाती है जिनका स्तन अधिक नरम या कड़ा महसूस होता हो। इसके साथ ही उनकी सेक्स की इच्छा भी कम हो रही हो।
हालांकि ये दवाइयां इनफर्टिलिटी के इलाज में काफी प्रभावी साबित होती हैं, लेकिन इनके सेवन से पूर्व होमियोपैथ विशेषज्ञ से सलाह लेना आवश्यक है।
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