बच्चों में सिर दर्द पैदा कर सकते हैं पारिवारिक झगड़े

बच्चों में सिर दर्द आम समस्या हो गयी है। कई माता-पिता इसे बच्चों का बहाना समझकर बच्चे के सिर दर्द की अनदेखी करते हैं जबकि बच्चे के सिर दर्द का कारण वे खुद और उनके पारिवारिक झगड़े हो सकते हैं। इसके अलावा समय की कमी भी बच्चों में सिर दर्द पैदा कर सकता है। 
एक अध्ययन के अनुसार जेनिफर गासमैन और उनके सहयोगियों ने ''बच्चे, किशोर और सिर दर्द'' पर तीन साल तक बड़े पैमाने पर अनुसंधान किया। इस अध्ययन के तहत् उन्होंनें सन् 2003 से 2004 तक बच्चों से संबंधित आंकड़ें एकत्र कर उनका विश्लेषण किया। इस अध्ययन में उन्होंने अन्य कारणों के साथ-साथ बच्चे के परिवार और खाली समय को भी शामिल किया। 
इस अध्ययन के अनुसार जो लड़के सप्ताह में एक से अधिक बार पारिवारिक झगड़े का अनुभव करते हैं उनमें सिर दर्द होने का खतरा 1.8 गुना बढ़ जाता है जबकि जिन लड़कों के पास अपने लिए समय की कमी होती है उनमें सिर दर्द होने का खतरा 2.1 गुना अधिक हो जाता है।
गासमैन के अनुसार जब बच्चे सिर दर्द की शिकायत करते हैं तो माता-पिता का व्यवहार भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। माता-पिता से सकारात्मक या नकारात्मक प्रतिक्रिया से भी बच्चों में सिर दर्द से फायदा या नुकसान हो सकता है। खासकर लड़कियों में सिर दर्द के लक्षणों पर माता-पिता की प्रतिक्रिया का अधिक प्रभाव पड़ता है। माता-पिता की खराब प्रतिक्रिया दोबारा सिर दर्द के खतरे को 25 प्रतिशत बढ़ा देती है।
दुनिया में 30 प्रतिशत से अधिक बच्चे हर सप्ताह कम से कम एक बार सिर दर्द की शिकायत करते हैं। लेकिन लड़कों और लड़कियों में सिर दर्द की आवृति अलग-अलग होती है। लड़कों की तुलना में दोगुनी लड़कियां सप्ताह में कम से कम एक बार सिर दर्द की शिकायत करती हैं। हालांकि बच्चे की उम्र का सिर दर्द पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।