अब तक, मां अपने नए बच्चे की देखभाल पर ही ध्यान दे रही थीं। लेकिन आज की नयी मां को अब बच्चे को जन्म देने और स्तनपान कराने के दौरान अपने शरीर का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसा करने से आपको अपनी ऊर्जा और ताकत को हासिल करने में मदद मिलेगी। जब आप अपना ख्याल रखेंगी, तभी आप अपने बच्चे की अच्छी तरह से देखभाल कर पाएंगी और बच्चे का आनंद ले पाएंगी।
बच्चे के जन्म के बाद के कुछ सप्ताह को प्रसवोत्तर अवधि कहा जाता है। इस समय के दौरान आपके शरीर में कई प्रकार के परिवर्तन होते हैं। इसलिए अपने बच्चे के जन्म के बाद नियमित प्रसवोत्तर जांच के लिए दो से छह सप्ताह तक अपने डॉक्टर के पास अवष्य जाएं।
योनि में टांके की देखभाल करें
यदि आपकी योनि में टांके लगे हैं, तो उस क्षेत्र को बहुत साफ रखना जरूरी है। टांके को पूरी तरह से भरने में करीब चार सप्ताह लग जाते हैं। टांके को निकालना नहीं चाहिए।
हर बार जब आप शौचालय का इस्तेमाल करती हैं तो निम्न बातों पर ध्यान दें:
— अपने शरीर के निचले हिस्से की सफाई करें और सफाई के लिए अस्पताल में मिले फुहार वाली बोतल का इस्तेमाल करें। इससे आपके टांके को जल्द भरने में मदद मिलेगी। जब तक आपके टांके पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते हैं इस पर अमल करें।
— मल त्याग करने के बाद, आगे से पीछे की ओर सफाई करें और इसके लिए भी फुहार वाली बोतल का इस्तेमाल करें।
अपने स्तन की देखभाल करें
आप अपने बच्चे को चाहे स्तनपान करा रही हों या बोतलपान करा रही हों, अपने बच्चे के जन्म के बाद आपको अपने स्तन की विशेष देखभाल करना जरूरी है।
बोतलपान करा रही माताओं को भी अपने बच्चे के जन्म के बाद अपने स्तनों की विशेष देखभाल की जरूरत होती है। कुछ माताओं के स्तन दूध आने के बाद और अपने बच्चे को स्तनपान नहीं कराने के कारण बहुत गर्म और कड़ा हो जाते हैं और उनमें सूजन आ जाती है। लेकिन एक या दो दिन में सूजन आम तौर पर ठीक हो जाती है।
आप सुविधा के लिए कुछ चीजें कर सकती हैं:
— अपने स्तन पर 15 या 20 मिनट तक आइस पैक रख सकती हैं।
— यदि बर्फ से कोई मदद नहीं मिलती है तो धुले हुए गर्म कपड़े रख सकती हैं।
— कुछ मिनट के लिए बच्चे को अपने स्तन के पास रख सकती हैं।
योनि स्राव
बच्चे के जन्म के बाद कुछ दिनों तक योनि से कुछ रक्तस्राव होना सामान्य है।
— प्रसव के बाद आम तौर पर तीन से चार दिनों तक चमकीला लाल रंग का रक्त आता है, लेकिन यह दो सप्ताह तक भी आ सकता है।
— चमकदार लाल रक्तस्राव धीरे-धीरे गहरे लाल रंग में और फिर पीला और उसके बाद सफेद रंग में बदल जाता है।
— आपको सफेद स्राव दो से छह सप्ताह तक आ सकता है।
— इस दौरान आप टेम्पून नहीं, बल्कि सैनिटरी पैड पहनें।
— डूश न करें।
यदि आपको किसी प्रकार का बदबूदार स्राव हो रहा हो या स्राव के कारण खुजली हो रही हो या जलन हो रहो हो तो आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
मूड में बदलाव
अपने बच्चे के जन्म के बाद कई महिलाएं अपने मूड में अचानक बदलाव महसूस करने लगती हैं। आप एक मिनट बहुत खुषी महसूस कर सकती हैं तो अगले ही मिनट आपको रोना आ सकता है। गहरे प्यार की भावनाएं तुरंत क्रोध में बदल सकती हैं।
इनमें से कई भावनात्मक उतार-चढ़ाव आपके शरीर में हार्मोन में परिवर्तन की वजह से हो सकते हैं। मूड में कुछ बदलाव शुरुआती सप्ताह में एक नए बच्चे की देखभाल की जिम्मेदारी के परिणाम स्वरूप हो सकते हैं। इन दिनों मूड में बदलाव आना सामान्य बात है।
जब आपके हार्मोन का स्तर वापस सामान्य हो जाएगा और आप इस बच्चे की मां होने की अभ्यस्त हो जाएंगी, तो आपके मूड में कम बदलाव रहने की संभावना होती है। यदि आप अपने अलग महसूस करने या अपने क्रियाकलापों को लेकर चिंतित हैं, तो अपने चिकित्सक, काउंसलर, शुभचिंतक या करीबी दोस्त से मदद ले सकती हैं।
यदि आप उदास, डिप्रेशन ग्रस्त महसूस कर रही हैं या आपको लगता है कि आप खुद को या अपने बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर या नर्स को बुलाएं। कई महिलाओं को प्रसवोत्तर अवसाद (या प्रसवोत्तर 'ब्लूज') होता है और किसी से मदद लेने से इसमें लाभ होता है।
मल त्याग से संबंधित परेशानियां
आपको अपने बच्चे के जन्म के बाद पहले कुछ हफ्तों तक कब्ज रह सकता है।
— हर दिन 8 से 12 गिलास तरल पदार्थ का सेवन करें। पानी, जूस और गर्म तरल के सेवन से आपको कब्ज से राहत मिल सकती है।
— हर रोज फाइबर युक्त भोजन करें। साबुत अनाज के ब्रेड और अनाज, सब्जियां, सलाद और कच्चे फल फाइबर युक्त भोजन के अच्छे विकल्प हैं।
— जब आपको मल त्याग करने की इच्छा महसूस होती है तो आप रोके नहीं। अपने षरीर के संकेतों और प्रतिक्रिया पर ध्यान दें। आपको अपने टांके के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। जब आप समय पर मल त्याग करेंगी तब वे नहीं टूटेंगी।
बच्चे के जन्म के बाद दर्द
कुछ महिलाओं को पेट के निचले हिस्से में ऐंठन होती है जिसे 'बच्चे के जन्म के बाद का दर्द' कहते हैं। यह आपके दूसरे या बाद के बच्चे के जन्म के बाद या जब आप बच्चे को स्तनपान करा रही होती हैं, तो यह सामान्य होता है। यह 'दर्द' इस बात का संकेत है कि आपका गर्भाशय सामान्य स्थिति में लौट रहा है। बच्चे के जन्म के बाद कुछ दिनों तक आम तौर पर दर्द होता रहता है।
यदि आपको 'बच्चे के जन्म के बाद के दर्द' से बहुत अधिक परेशानी हो रही हो, तो अपने डॉक्टर या नर्स से बात करें।
आराम और गतिविधि
नयी माता के रूप में, आपके लिए अपनी जरूरत के अनुसार आराम करना काफी मुश्किल हो सकता है, विशेषकर जब आपके घर में पहले से ही बच्चा हो। बच्चा रात में भी कई बार दूध पिलाने के लिए आपको जगाएगा।
बहुत अधिक करने या और अधिक किये जाने की उम्मीद न करें। आपकी प्राथमिकता बच्चे की देखभाल और अपना ख्याल रखना होना चाहिए।
— दिन में थोड़ी देर झपकी लेने की कोशिश करें, विशेषकर जब बच्चा सो रहा हो, तो आप भी थोड़ी देर सो लें।
— यदि आप सिर में हल्कापन, कमजोरी या थकावट महसूस कर रही हैं, तो ड्राइविंग के लिए कम से कम एक सप्ताह तक या और अधिक समय तक इंतजार करें।
— ताजी हवा और व्यायाम के लिए बाहर (यहां तक कि ठंड के दिनों में भी) जाने की आदत डालें।
— चलना एक अद्भुत व्यायाम है जिससे आप बेहतर महसूस कर सकती हैं। शुरू में धीमी गति से चलना शुरू करें और धीरे- धीरे अपनी गति बढ़ाएं और रोजाना कम से कम 20 से 30 मिनट तक चलने की कोशिश करें।
— भारी काम करने से बचें। इससे आप थकावट महसूस करेंगी।
यौन संबंध
अपने आप को समय दीजिए। आपके सेक्स करने से पहले आपके शरीर को पूर्ववत सामान्य अवस्था में आने के लिए कुछ समय की जरूरत है। अलग-अलग लोगों के लिए इसके समय में अंतर हो सकता है। आपको यौन संबंध स्थापित करने से पहले अपने प्रसवोत्तर जांच के लिए अपने चिकित्सक के पास जाना चाहिए।
प्रसव के बाद शुरू में आपकी योनि शुष्क महसूस हो सकती है, विशेषकर जब आप स्तनपान करा रही होती हैं। यौन संबंध को अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करें, यौन संबंध के दौरान अत्यधिक प्यार प्रकट करें और विशेष स्थिति (जैसे महिला का उपर होना) अपनाने का प्रयास करें।
याद रखें: आप अपने बच्चे के जन्म के बाद जल्द ही गर्भवती हो सकती हैं। आपके मासिक धर्म फिर से शुरू होने के कोई लक्षण प्रकट हुए बगैर ही आप अंडोत्सर्ग (अंडे का निकलना) कर सकती हैं और आप बच्चे पैदा करने में सक्षम हो सकती हैं।
बालों का झड़ना
गर्भावस्था के बाद बालों का झड़ना (कभी- कभी गुच्छे में झड़ना) एक आम समस्या है। बच्चे को जन्म देने के बाद कई नयी माताएं तीन से छह महीने तक ऐसा अनुभव करती हैं।
गर्भावस्था के दौरान हार्मोन उन बालों को गिरने से रोके रखता है और जब वे हार्माेन वापस अपनी सामान्य स्थिति में आ जाते हैं तो अतिरिक्त बाल भी झड़ने लगते हैं।
परेशान न हों: बाल झड़ने के कारण आप गंजा नहीं हो जाएंगी। आप सिर्फ अपनी सामान्य स्थिति में वापस आ रही हैं। यदि आप स्तनपान करा रही हैं तो जब तक आप फार्मूला या ठोस के साथ सप्लिमेंट लेना शुरू नहीं कर देती है तब तक आपके बाल झड़ सकते हैं।
— पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक आहार का सेवन कर और बच्चे के जन्म के पूर्व विटामिन सप्लिमेंट लेकर अपने बालों को स्वस्थ रखें।
— गर्भावस्था के बाद अधिक बाल को झड़ने से रोकने के लिए अपने बालों के झड़ने के मौसम के दौरान अधिक सतर्कता बरतें। शैम्पू का इस्तेमाल तभी करें जब आवष्यक हो और शैम्पू करने के बाद अच्छे कंडीशनर का इस्तेमाल करें। बालों को सुलझाने के लिए दूर-दूर दांत वाली कंघी का इस्तेमाल करें।
— बालों के झड़ने के रूकने तक आप ब्लो- ड्रायर्स और कर्लिंग और फ्लैट आयरन का इस्तेमाल रोक दें और किसी भी रसायन युक्त उपचार से दूर रहें।
— यदि आपके बाल ज्यादा झड़ रहे हों, तो अपने चिकित्सक से बात करें। यदि इसके साथ अन्य लक्षण भी प्रकट हो रहे हों, तो गर्भावस्था के बाद बालों का झड़ना प्रसवोत्तर थायराॅयडिटिस का संकेत हो सकता है।
बच्चे के जन्म के बाद खुद की भी करें देखभाल
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