ऐब्सेस (फोड़ा) क्या है?
स्किन ऐब्सेस (त्वचा के फोडे़) एक प्रकार की सूजन होती है जिसमें मवाद भरा रहता है और जो त्वचा की सतह के नीचे विकसित होती है। इसके कारण त्वचा पर सूजन हो जाती है, वहां दर्द होता है और वहां की त्वचा कोमल हो जाती है। इसे फोड़ा भी कहा जाता है। त्वचा के फोड़े (स्किन ऐब्सेस) अक्सर उन जगहों पर होते हैं जहां आपको पसीना आता है या जहां की त्वचा रगड़ खाती है, जैसे कांख, ग्रोइन, नितंब, चेहरा या गर्दन। स्टैफिलोकोकस ऑरियस और स्ट्रेप्टोकोकी संक्रमण इसके मुख्य कारण हैं। ये बैक्टीरिया त्वचा पर कट, खरोंच और इंफ्लामेशन वाले रोम छिद्र के माध्यम से त्वचा में प्रवेश कर सकते हैं। कुछ त्वचा के फोड़े अपने आप फट जाते है और इनसे अपने आप मवाद निकल जाती है जबकि कुछ का इलाज डॉक्टर से कराने की जरूरत होती है। यदि त्वचा के फोड़े से बैक्टीरिया रक्तप्रवाह, लिम्फ नोड्स या गहरे ऊतक में फैल जाते हैं तो ये खतरनाक साबित होते हैं।
ऐब्सेस के कुछ सामान्य लक्षण
बुखार, ठंड लगना, गांठ या उभार, त्वचा का लाल होना, स्पर्श करने पर कोमल महसूस होना, दर्द या बेचैनी, ग्लैंड का बढ़ जाना या ग्लैंड में सूजन, त्वचा पर खुला घाव, छूने पर गर्म महसूस होना, पानी या मवाद निकलना।
निदान और उपचार
निदान: डॉक्टर रोगी के चिकित्सीय इतिहास के बारे में जानकारी लेगा और फोड़ा और इसके चारों ओर ऊतक की जांच करेगा। डॉक्टर लिम्फ नोड्स में सूजन भी महसूस कर सकते हैं या घाव का कल्चर, रक्त परीक्षण या इमेजिंग करा सकते हैं।
उपचार: फोड़े के उपचार में शामिल हो सकते हैं:
● गर्म सिंकाई
● जरूरत पड़ने पर डॉक्टर द्वारा चीरा लगाना और पानी निकालना
● एंटीबायोटिक्स का कोर्स
खुद की देखभाल: त्वचा के छोटे फोड़े को साफ करने और किसी भी फोड़े से संक्रमण को रोकने में मदद करने के लिए:
1. दिन में चार बार, लगभग 30 मिनट के लिए गर्म सिंकाई करें।
2. त्वचा के फोड़े को छूने से पहले और बाद में हमेशा अपने हाथ धोएं।
3. इससे मवाद निकालने के लिए फोड़े को कभी भी दबाएं नहीं।
4. यदि फोड़ा अपने आप फट जाता है, तो वहां पर एंटीबायोटिक मरहम लगाएं और इसके आस-पास के क्षेत्र को साफ रखें।
5. फोड़े को साफ पट्टी से ढक कर रखें।
6. फोड़े को एंटीबायोटिक साबुन से दिन में दो बार धीरे- धीरे धोएं।
7. फोड़े के संपर्क में आने वाले कपड़ों, चादरों, तौलियों और अन्य सामानों को साबुन और गर्म पानी में धोएं।
महत्वपूर्ण जानकारी
1. अगर त्वचा का फोड़ा आधा इंच से बड़ा है, ठीक नहीं हो रहा है, बड़ा होता जा रहा है, मलाशय या कमर के क्षेत्र में है, या घाव में या त्वचा के नीचे कुछ है तो डाॅक्टर को दिखाएं।
2. इसके अलावा अगर आपको 100.4 डिग्री फारेनहाइट या उससे अधिक बुखार है तो डॉक्टर को दिखाएं।
3. एड्स, मधुमेह, कैंसर, सिकल सेल रोग या पेरिफेरल वैस्कुलर रोग जैसी पुरानी बीमारी से पीड़ित लोगों को किसी भी त्वचा के फोड़े के लिए डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
4. यदि आपको त्वचा का फोड़ा हो गया है, और वह हट गया है लेकिन आपको बुखार है या उस क्षेत्र की त्वचा लाल होती जा रही है या दर्द हो रहा है तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।