रौशनी के पर्व दिवाली के मौके पर सेहत के साथ मिठास का लुत्फ उठायें

शिल्पा ठाकुर, प्रमुख आहार विषेशज्ञ, एशियन इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस


दिवाली रौशनी का पर्व है। हर भारतीय इस पर्व का इंतजार करता है। यह भारत का सबसे रंगारंग और खुशियों से भरा पर्व है। मैं जब भी रौशनी के पर्व के बारे में सोचती हूं, मेरे दिमाग में सबसे पहले पटाखों का ख्याल आता है। दिवाली में फोड़े जाने वाले पटाखे दिवाली की मस्ती को बढ़ाते हैं। इसके अलावा मिठाइयां एवं स्नैक्स वे अन्य कारण हैं, जिनके कारण हम दिवाली की प्रतीक्षा करते हैं। हम आपको ऐसे उपाय बताते हैं जिससे आप बिना किसी चिंता एवं तनाव के दीवाली के पकवान का आनंद उठा सकेंगे। दिवाली के बारे में यह सही ही कहा गया है कि 
हे प्रभु
हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो
हमें अज्ञानता से ज्ञान की ओर ले चलो,
मौत से अमरता की ओर ले चलो
मुझे रास्ता दिखाओ, मेरे प्रभु।
इस ब्रह्माण्ड में शांति का वास हो। 


हिन्दू धर्म की एक प्रार्थना


मिठाइयां मिठी दावत है। मिठाइयां दिवाली उत्सव का मुख्य हिस्सा है और मिठाइयां की सौगात परिवारजनों एवं दोस्तों को भेंट की जाती हैं। इस बात में कोई षक नहीं है कि मिठाइयों में अधिक मात्रा में षक्कर एवं वसा मौजूद होते हैं। लेकिन चूंकि दिवाली एक साल में एक बार आती है और ऐसे में दिवाली में अपने पसंदीदा व्यंजन खाने से परहेज करने की जरूरत नहीं है, केवल इस बात पर ध्यान रखें कि आप कितना खा रहे हैं। यहां कुछ स्वास्थ्यवर्द्धक टिप्स दिये जा रहे हैं जिनकी मदद से मिठाइयों के मजे दोगुने हो जायेंगे। 
दिवाली की मिठाइयां, कुछ अलग हट कर
छुट्टी की भावना में भर कर अपनी मिठाई खुद बनाने के लिये अपने परिवार को साथ लें। इस तरह से कम षक्कर मिलाकर, कम वसा वाले दूध और तेल का इस्तेमाल करके तथा घी के स्थान पर कम वसा वाले स्प्रेड का इस्तेमाल करके अपने परिवार को सेहत मंद रख सकते हैं। मिठाइयों का सेवन आप ज्यादा नहीं कर सकें, इसके लिये एक उपाय यह है कि आप उन्हें छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और उसके साथ सूखे फल एवं नट्स मिला लें। आप मिठाइयों एवं स्नैक्स का चयन सोच-समझ कर करें और स्वास्थ्यकारी विकल्प को अपनायें।
यहां आपके लिये कुछ स्वास्थ्यकारी उपाय बताये जा रहे हैं ताकि आप शानदार दावत का भरपूर आनंद ले सकेंगे। जब आप तरह-तरह के व्यंजनों से घिरे हैं, ऐसे में अपने आप पर से नियंत्रण हट जाना स्वभाविक है लेकिन आप इन विकल्पों को आजमा सकते हैं।
सबसे पहले बादाम के टुकड़े अथवा सूखे फल जैसी कुछ विषेश सामग्रियों को षामिल करें। अथवा विभिन्न तरह की सब्जियां में से चुनाव करें। उन सब्जियों का चुनाव करें जिन्हें आम तौर पर छोड़ दिया जाता है।  
ऽ कुछ हल्के स्नैक्स में पिस्ता बादाम के साथ खजूर अथवा अंजीर अथवा ताजे फल के टुकड़े मिलायें।
ऽ साबुत अनाज अथवा चोकर का इस्तेमाल करें तथा उसमें तेल अथवा नमक मिलाने से परहेज करें। 
ऽ घी अथवा मक्खन के स्थान पर कम मात्रा में तेल का इस्तेमाल करें।
ऽ घर पर ही कम वसा वाले दूध की पनीर बनायें और टुकड़ों को तलने के बजाय ग्रिल करें। 
ऽ अधिक तले हुए प्रचलित स्नैक्स की बजाय, उन्हें हल्के तेल में भुनने की कोशिश करें या गर्म ओवन में सुनहरा होने तक बेक करें।
ऽ देर शाम में नियमित भोजन करें और भारी भोजन लेने से परहेज करें। यह आपको स्नैक्स लेने को रोकने और दिन के दौरान अतिरिक्त मीठा लेने से रोकने में मदद करेगा।
ऽ जब आप खा रहे हों तो समय पर थोड़ी मात्रा में खाने की कोशिश करें। और दूसरी बार लेने से परहेज करने की कोषिष करें, यहां तक अगर आप अपने किसी अजीज रिष्तेदार के साथ भी हों तब भी अपने पर नियंत्रण रखें। यह सुनिश्चित करें कि आप दिन के दौरान काफी मात्रा में पानी पीयें। हालांकि जब आप व्यस्त हों तो इसे भूलना आसान है।
ऽ मधुमेह रोगियों के लिए अधिक महत्वपूर्ण है कि वे एक जगह नहीं बैठें। यहां तक कि वे षुगर फ्री मिठाइयों विशेषकर सुक्रोलोज या एफडीए स्वीकृत चीजों का सेवन कर अपना इलाज कर सकते हैं जो सेवन के लिए सुरक्षित हैं।
ऽ रंगयुक्त मिठाइयों के सेवन से बचें क्योंकि इन्हें गैर खाद्य पदार्थों से तैयार किया जा सकता है।
ऽ रोजाना थोड़ा सक्रिय रहें। यदि आप वास्तव में थोड़ी कैलोरी जलाना चाहते हैं तो स्थानीय मंदिर/पार्क तक परिवार के साथ पैदल जाने की कोशिश करें।
इस तरह आप उत्सव के दौरान कुछ स्वादिष्ट खाद्य पदार्थों के स्वाद का आनंद ले सकते हैं। और इस तरह सिर्फ कुछ परिवर्तन कर अपनी दीवाली को थोड़ा स्वस्थ रूप से मना सकते हैं। दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं।